वंशावली प्रमाण पत्र बिहार ऑनलाइन : - वंशावली प्रमाण पत्र बनवाना चाहते है तो आपको पहले यह समझना होगा कि वंशावली का महत्त्व क्या है हमें वंशावली प्रमाण पत्र कि कब आवश्यकता होती है, वंशावली बनाने से क्या होगा ? इस सभी बातो एवं अन्य क़ानूनी एवं कचहरी कि बाते सिर्फ CourtCaseBook पे अच्छे से समझ सकते है |

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वंशावली क्या है ?

वंशावली का मतलब होता है, आपके पूर्वज को सूची, आप किसके वंश हो, इसमें आपको अपने पिता , दादा आदि के नाम होते है| वंशावली कि जरूरत हमें जमीन के बँटवारा अथवा बैंक से अपने परिवार के किसी सदस्य के मृत्यु के बाद आप उनके वंशज हो, या बेटे हो इसे बताते के लिए वंशावली कि मांग बैंक द्वारा कि जाती है | जिसके बाद Vashavali banana जरुरी हो जाता है |

Vanshavali kaise banaye

वंशावली बनवाने के लिए आप कोर्ट/कचहरी में अपने वकील के पास अपने पूर्वजो कि सूची ले जायेंगे | अगर वंशावली आपके नाम से बनाना है आप आवेदन है तो आपका आधार भी इसके साथ लगेगा | वंशावली कार्यपालक दण्डाधिकारी/ फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट से बनाया जाता है | वंशावली में जो व्यक्ति जीवित है उनका उम्र उसमे दर्शाना आवश्यक है | वंशावली बनवाने के लिए आपको एक शपथ पत्र बनवाना होता है :- 

वंशावली शपथ पत्र कार्यपालक दण्डाधिकारी से 

नीचे उदहारण के लिए रुदल मुखिया का नाम लिखा गया है :-   

मैं रुदल मुखिया पिता श्री मंशी मुखिया साकिन – ................ पोस्ट – ............., थाना – .................., जिला – .......................... सच – सच हलफन ब्यान निम्नलिखित करता हूँ :-

        1.      यह कि मैं उपरोक्त पते का स्थायी निवासी हूँ तथा मेरा आधार नं०........................................... है |

         2.      यह कि मेरा वंशावली निम्न प्रकार है :-

       

Vashavali format bihar
Vanshavali format

       3.    यह कि मैं यह शपथ पत्र अपना उपरोक्त वंशावली निर्गत कराने वास्ते देता हूँ |

                                                                                             ह० शपथकर्त्ता

                                सत्यापन

मैं रुदल मुखिया पुन: घोषणा करता हूँ कि इस शपथ पत्र की उपरोक्त सारी बाते मेरी जानकारी में सत्य वो दुरुस्त है |

                                                                                              ह० शपथकर्त्ता


वंशावली प्रमाण पत्र सरपंच से 


उदाहरण के तौर पर सुगान्धी पंडित का नाम लिखा गया है :-

ग्राम कचहरी ......... प्रखण्ड .......... , जिला –................

प्रमाण पत्र सं० :                                                               दिनांक :

 

            प्रमाणित किया जाता है कि सुगान्धी पंडित वल्द स्व० शिवनारायण पंडित साकिन – ............. ग्राम पंचायत ............. पोस्ट – ............, थाना – .........., प्रखण्ड – ............  जिला – पूर्वी चम्पारण का वंशवृक्ष निम्न प्रकार है :- 

वंशावली सरपंच से बनवाये

ह० सरपंच

ग्राम कचहरी .....................

 प्रखण्ड – .......................

 जिला – ........................ 

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